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बात पते की।। इंसान बिना मुहूर्त..

इंसान बिना मुहूर्त के पैदा होता है और बिना मुहूर्त के मर भी जाता है फिर भी वह जिंदगी भर शुभ मुहूर्त के पीछे पड़ा रहता है और अपने कीमती समय को गवा देता है।  इंसान का कभी भी शुभ मुहूर्त नहीं होता उसे शुभ मुहूर्त अपनी मेहनत और कर्म से बनाना पड़ता है इसीलिए आप अपने काम पर ध्यान दीजिए फल की चिंता मत कीजिए क्योंकि तू जैसा कर्म करेगा वैसा ही फल पाएगा इसीलिए तुझे जिस तरह का फल चाहिए तू इस तरह का ही कर्म कर फिर तुझे सफलता जरूर मिलेगी। 


रिश्तो में कभी किसी को बांधने की कोशिश नहीं करना चाहिए क्योंकि रिश्ते एक पंछी की तरह होते हैं अगर उस पंछी को जोर से पकड़ोगे तो वह मर जाएगा और अगर धीरे से पकड़ोगे तो वह उड़ जाएगा लेकिन अगर उसी पंछी को प्यार से पकड़ोगे तो वह संभल जाएगा और जिंदगी भर साथ रह सकते हैं  इसीलिए किसी भी रिश्ते को जरूरत से ज्यादा नहीं पकड़ना चाहिए और जरूरत से कम भी नहीं। 


पानी में गिरने से कभी किसी की जान नहीं जाती है जान तक जाती है जब उसे तैरना नहीं आता  इसी तरह परिस्थितियां कभी समस्या नहीं बनती समस्या  तब बनती है जब हमें परिस्थितियों से निपटना नहीं आता।  इसीलिए आप हमेशा परिस्थितियों से लड़ाई करें परिस्थितियों से लड़ेंगे तो समस्या नहीं आएंगे और अगर परिस्थितियों से हार मान जाएंगे तो समस्या दस्तक  जरूर देंगे। 

कभी-कभी कुदरत जानबूझकर आपको मुश्किल हालातों में डालता है ताकि आप उन लोगों के चेहरे पर लगे नकाब को देख सके जिस पर आप आंख बंद करके भरोसा करते हैं।  इसीलिए कभी भी हालात को अपना गुलाम मत बनाओ और जो भी हालात आपके साथ हो रहे हैं उसको ध्यान में रखकर आप जिंदगी में आगे बढ़े और देखेंगे कि आप जिन पर भरोसा करते हैं वह आपका साथ देते हैं कि नहीं।  इस तरह आप उन लोगों को पहचान सकते हैं जिनको आप बहुत ज्यादा अहमियत देते है। 




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